
लौंग में बहुत सारे पोषक तत्व हमारे स्वास्थ के लिए है लाभकारी
लौंग ट्रॉपिकल झाड़ की कच्चे खुले हुए फूल के कलियां होती है। यह एक 12-16 मिमी वाली नोकीले शाख और 4 नोक वाला फूल होता है। जब यह ताज़े होते हैं, इनका रंग गुलाबी होता है और सूखने के बाद इनका रंग जंग लगा भुरा हो जाता है। इनके स्वाद को मीठा, तेज़, तीखा और बेहद खुशबुदार बताया जा सकता है।
लौंग में बहुत सारे पोषक तत्व होते है जो हमारे स्वास्थ के लिए लाभ कारी होते है। लौंग में फाइबर, विटामिन और खनिज होते हैं, इसलिए अपने भोजन में स्वाद जोड़ने के लिए लौंग का उपयोग किया जाता है। लौंग में पाए जाने वाले पोषक तत्व है: जो एक चम्मच (2 ग्राम) लौंग में होते हैं
कैलोरी : 21
कार्बोस : 1 ग्राम
फाइबर : 1 ग्राम
मैग्नीज : आरडी आई का 30 प्रतिशत
विटामिन K : आरडीआई का 4 प्रतिशत
विटामिन C : आरडीआई का 3 प्रतिशत
बेहोशी में –
लौंग को घिसकर अनजान करने से बेहोशी दूर हो जाती है.
सर्दी में –
लौंग का काढ़ा बनाकर मरीज को पिलाने से लाभ होता है।
कफ और खाँसी में –
मिट्टी का तवा या तवे जैसा टुकड़ा गरम करें। लाल हो जाने पर बाहर निकालकर एक बर्तन में रखें और उसके ऊपर सात लौंग डालकर उन्हें सेंके। फिर लौंग को पीसकर शहद के साथ लेने से लाभ होता है।
दाँत का दर्द में –
लौंग के अर्क या पाउडर को रूई पर डालकर उस फाहे को दाँत पर रखें। इससे दाँत के दर्द में लाभ होता है।
रतौंधि में –
बकरी के मूत्र में लौंग को घिसकर उसको आँजने से लाभ होता है।
श्वास की दुर्गन्ध में –
लौंग का चूर्ण खाने से अथवा दाँतों पर लगाने से दाँत मजबूत होते हैं। मुँह की दुर्गन्ध, कफ, लार, थूक के द्वारा बाहर निकल जाती है। इससे श्वास सुगन्धित निकलती है, कफ मिट जाता है और पाचनशक्ति बढ़ती है।